दूसरे राज्यों की ऊंच क्वालिटी का है गांजा, डिमांड पर लोग करते थे तस्करी
औरंगाबाद से कपिल कुमार
औरंगाबाद के मुफस्सिल थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए एक रोडवेज बस से भारी मात्रा में गांजा बरामद किया है। साथ ही तीन गांजा तस्करों को भी धर दबोचा है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि टाटानगर से आरा तक चलने वाली एक लग्जरी बस से कुछ तस्कर भारी मात्रा में गांजा लेकर जा रहे हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ओरा गांव के समीप वाहन चेकिंग अभियान चला कर तस्करों को धर दबोचा। तस्करों की पहचान रोहतास ज़िले के काराकाट थाना क्षेत्र के परासी गांव निवासी विनोद तिवारी, नासरीगंज थाना क्षेत्र के शुकहरा डीहरी गांव निवासी राजेश भगत एवं करहगर थाना क्षेत्र अंतर्गत करू गांव निवासी शैलेंद्र सिंह के रूप में की गई। रविवार को मुफस्सिल थाना में एक प्रेस वार्ता कर जानकारी देते हुए परिक्षयमान पुलिस उपाधीक्षक सह मुफस्सिल थानाध्यक्ष मनीषा बेबी ने बताया कि एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के निर्देशन में मादक पदार्थ के अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे छापेमारी अभियान में यह सफलता मिली है। थानाध्यक्ष ने बताया कि जांच के क्रम में जमशेदपुर से आरा जाने वाली एक रोडवेज बस को रोक कर जब तलाशी ली गई तो अचानक तीन आदमी गाड़ी से उतरकर जल्दीबादी में भागने लगे। तभी पुलिस को शक हुआ। तीनों को पुलिस ने जब हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वे लोग घबराने लगे। वहीं जब इनके बैग व झोले की तलाशी ली गई तो उस से 12.500 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया है। पूछ-ताछ में गांजा तस्करों ने बताया कि यह गांजा उच्च क्वालिटी का है। जिसे उड़ीसा और आंध्र प्रदेश के इलाकों में तथा पर्वतीय क्षेत्रों में पाए जाने वाले विशेष पत्तियों को बार-बार उलट पलट कर सुखाकर दबाकर एवं उनसे एक विशेष रासायनिक परिवर्तन कर तैयार किया जाता है। जिससे इसकी नशे की क्षमता कई गुना बढ़ जाती है। इसी के चलते इसकी मांग बाजार में अधिक है और इसकी कीमत भी सामान्य गांजे से कई गुना अधिक है। यह कार्रवाई इंस्पेक्टर अशोक कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारियों एवं सशस्त्र बलों के द्वारा की गई।