पिछले बार जितनी सीट मिली थी समाज को, सभी पर हुई थी जीत
औरंगाबाद में वैश्य चेतना समिति के सदस्यों ने रविवार को एक होटल में प्रेस वार्ता कर एनडीए के चार प्रत्याशियों को विरोध कर वोट न देने का फैसला लिया है। कहा कि जिन सीट पर वैश्य समाज की बाहुलता था उस सीट पर भाजपा के वरीय नेता नजरअंजाद किया है। समाज के अध्यक्ष ई o सुंदर साहू ने कहा कि वैश्य समाज को पार्टी ने उपेक्षा किया है। वैश्य समाज शुरू से ही भाजपा का सपोर्टर रहा है और रहेगा। लेकिन इस बार जिन-जीन सीटों पर वैश्य समाज का प्रत्याशी के लिए सीट मांगी गई थी उस पर नही दिया गया। इसके लिए हम पूरे बिहार में चार सीट पर विरोध करेंगे, बाकी सीटों पर नरेन्द्र मोदी के हाथों को मजबूत करेंगे। समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ अनिल अनल ने कहा कि हमारा ही टिकट काटकर स्वर्णों को दे दिया गया है, जिससे संपूर्ण प्रदेश मे वैश्यों की प्रतिष्ठा की हनन हुई है। भाजपा ने अपने हिस्से के 17 सीट से 10 सीट स्वर्णों को दिया है। हमारी जहां जहां आबादी अधिक थी वहां सीट मांगी गई थी। पिछले बार जितने सीट वैश्य समाज के प्रत्याशी को मिला था उसमें सभी सीटों पर जीत हुई थी। जिसमें मोतिहारी, शिवहर, आरा एवं औरंगाबाद शामिल हैं। मौके पर प्रेम नाथ साहू, अनिल कुमार ओड़िआ, सुनील कसेरा, राजू गुप्ता, प्रवीण गुप्ता, तेली समाज के अध्यक्ष लखन प्रसाद गुप्ता, सुनील गुप्ता एलआईसी, टूना प्रसाद, इंद्रदेव साव, फोन्नु साव समेत अन्य उपस्थित रहे।