औरंगाबाद से कपिल कुमार
उद्योग विभाग के पदाधिकारी बनकर लाॅन पास कराने व विभाग से रोजगार देने के नाम पर ठगी करने वाला ठग को औरंगाबाद की साइबर पुलिस ने एक ठग को नालंदा से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार ठग की पहचान नालंदा जिले के चंडी गांव निवासी राहुल रंजन भारती के रूप में की गई। गुरूवार को साइबर थाना में प्रेस वार्ता के दौरान साइबर डीएसपी अनु कुमारी ने बताया कि 14 जून 2023 को शहर की एक युवती ज्योति कुमारी को औरंगाबाद उद्योग विभाग के नाम से फर्जी काॅल किया गया। जिसमें रोजगार देने के नाम फर्जी तरीके से 63 हजार 050 रूपये की ठगी की गई। युवती को ठगी की पता तब चला जब वह रोजगार देने के नाम पर काॅल करने वाला व्यक्ति का नंबर स्वीच आॅफ आया। ज्योति ने जिला उद्योग कार्यालय में जाकर पता की तो इस नंबर से किसी भी पदाधिकारी व कर्मी के द्वारा काॅल नहीं किये जाने की बात सामने आयी। इसके बाद ज्योति ने साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज कर पूरे मामले को बताई। इस मामले में साइबर थाना की पुलिस ने पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पुलिस उपाधीक्षक डाॅ अनु कुमारी के द्वारा एक टीम का गठन करते हुए फ्राॅडकर्ता को धर दबोचने में पुलिस जुट गई। पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि तकनीकी अनुसंधान के तहत वैज्ञानिक पद्दती से जब जांच की गई तो एक अपराधी का नाम व नंबर सामने आया। इसी लोकेशन के आधार पर छापेमारी करते हुए ठगी करने वाला व्यक्ति को नालंदा से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार ठग साइबर अपराध समेत कई मामलों में पहले भी जेल जा चुका है। कई अपराधिक इतिहास भी रहा है। औरंगाबाद, गया, दरभंगा समेत कई जगह से फ्राॅड मामले में इसपर कार्रवाई की गई है। ठग के पास से विवो कंपवनी का एक मोबाइल फोन, दो सिम कार्ड, पीएनबी व एसबीआई का क्रेडिट कार्ड बरामद किया गया है। छापेमारी टीम में साइबर थानाध्यक्ष अशोक कुमार, परिक्ष्यमान पुअनि नेहा कुमारी, डीआइयू टीम एवं साइबर की टेक्नीकल टीम शामिल थें।
गिरफ्तार अपराधी के साथ कई गिरोह मिलकर घटना का देते थे अंजाम
साइबर थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि गिरफ्तार साइबर ठग के साथ कई लोग मिलकर ऐसे घटना का अंजाम देते। गिरफ्तार अपराधी से पूछताछ के बाद इसके निशानदेही पर और सभी अपराधियों की गिरफ्तारी की कार्रवाई पुलिस कर रही है। किसी भी हाल में ऐसे घटना में शामिल अपराधी पुलिस से बचकर नहीं भाग पायेंगे। थानाध्यक्ष ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि एंड्रोवायड मोबाइल के माध्यम से साइबर ठग के मामले बढ़ रहे हैं। लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
मोबाइल का लिंक नहीं करें ओपेन, नहीं तो एकाउंट हो जायेंगे खालीः अनु
पुलिस उपाधीक्षक डाॅ अनु कुमारी ने कहा कि किसी के मोबाइल पर अगर अनोन तरीके का लिंक आता है तो उस पर टच न करें। नहीं तो जैसे ही टच करते हैं वैसे ही आपका सारा डिटेल ठग के पास चला जायेगा और आपका एकाउंट खाली हो जायेगा। इससे लोगों को सतर्क व सावधान रहने की जरूरत है। डाॅ अनु ने कहा कि ज्यादातर ऐसे मामले गांव देहात से आ रहे हैं। लुक बढाने के लिए बड़े मोबाइल तो ले लिये लेकिन साइबर ठगों के बारे में जागरूकता के अभाव में वे ठगी का शिकार हो रहे हैं। जब भी किसी अनजान नंबर से काॅल आये तो रिसिव नहीं करें। और नही ही किसी को पर्सनल जानकारी दें। अगर किसी बात कहकर झांसे में लेना चाहे तो सीधे बैंक में जाकर संपर्क करने की कोशिश करें।