मगध विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार व शैक्षणिक अराजकता के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय का घेराव किया। इस दौरान छात्र नेताओं ने जमकर नारेबाजी की और विश्वविद्यालय में फैले भ्रष्टचार, अराजकता के खिलाफ हल्ला बोला। एबीवीपी के विभाग संयोजक शिवनाय ने कहा कि अभाविप चरणबद्ध तरीके से अपने विभिन्न मांगों को लेकर विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय में फैले भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई लड़ रही है। कई वर्षों से विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा लेने के बाद परिणाम पेंडिंग में डाल दिया गया। कई वर्षो से छात्र-छात्राएं कॉलेज व विश्वविद्यालय का चक्कर काट रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन के लापरवाही के कारण छात्रों का भविष्य अंधकार में डूब चुका है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हमेशा से छात्रों की मांग को उठाते आया है समस्याओं को दूर करने के लिए प्रशासन से लड़ाई लड़ी है। छात्रों के साथ खिलवाड़ कतई बर्दास्त नहीं की जायेगी। छात्र हित के लिए आंदोलन जारी रहेगा। जिला संयोजक अभय कुशवाह ने कहा की विश्वविद्यालय के हजारों छात्र आज डिग्री कोर्स पूरा कने के बाद अपनी सर्टिफिकेट के लिए वर्षो से चक्कर लगा रहे हैं। प्रशासनिक स्तर से सिर्फ कार्यो के नाम पर मनमानी तरीके से पैसे की वसूली की जा रही है। एक वर्ष पहले मगध विश्वविद्यालय के नए कुलपति आए थे तो छात्र-छात्राओं की आस जगी थी कि अब उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन फिर से छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय के मकड़जाल में फंस चुके हैं। जब छात्र एकजुटता के साथ अपनी ताकत नहीं दिखाते हैं तब तक विश्वविद्यालय प्रशासन की निंद नहीं खुलती है। विश्वविद्यालय में है दलालो का कब्जा, पैसे देने पर होता है कामछात्र नेताओं ने कहा कि एडमिट कार्ड में नाम सुधार, परीक्षा पेंडिंग, सर्टिफिकेट निकासी समेत अन्य कार्यो के लिए विश्वविद्यालय के गेट पर दलाल बैठे रहते हैं, जैसे ही छात्र अपनी समस्या लेकर विश्वविद्यालय पहुंचते हैं वैसे ही दलाल अपने चंगुल में लेकर छात्रों को बरगलाकर पैसे एठतें हैं। बिना पैसा दिये एक भी काम विश्विविद्यालय में नहीं होता है। कई छोटे-छोटे कार्यो के लिए भी खुलेआम पैसे की मांग की जाती है। इस विश्वविद्यालय प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करती। लिखित वार्ता के बाद घेराव हुआ समाप्तअभाविप छात्र नेताओं द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर किये गये विश्वविद्यालय घेराव लगभग पूरे दिन चली। इस दौरान विश्वविद्यालय का एक तमाम कार्य ठप रहा और छात्र नेता अपनी मांग पर अड़े रहे। अंत में जब छात्र कल्याण अध्यक्ष ब्रजेश राय, कुलानुशासक उपेन्द्र कुमार, परीक्षा नियंत्रक विनय कुमार,बीएड के डायरेक्टर सुशील सिंह समेत अन्य पदाधिकारी पहुंचे और अभाविप छात्राें वे वार्ता की। लिखित वार्ता के बाद ही घेराव से छात्र नेता पीछे हटे। विश्वविद्यलय प्रशासन की ओर से लिखित वार्ता में जल्द ही समस्याओं का समाधान कर लेने की बात कही गई। कहा कि स्नातक सत्र 2018-21, 2019-22, 2020-23, 2021-24 के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय खण्ड एवं 2023-27 के सेमेस्टर 1 के पेंडिग सभी रिजल्ट को 3 दिनों के अंदर प्रकाशित कर दिया जायेगा। परीक्षा का टी०आर० (स्नातक एवं स्नातकोत्तर) महाविद्यालय में उपलब्ध भी जल्द करा दिया जायेगा। स्नातक एवं स्नातकोत्तर के नामांकन के आवेदन के लिए जो शुल्क की वृद्धि की गई वह वापस ले लिया गया। समेत अन्य मांगों पर पदाधकारी ने जल्द ही संतोषजनक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर सैकड़ो की संख्या में छात्र नेता मौजूद रहें।