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सिपाही भर्ती परीक्षा देने आ रही रोहतास की महिला की सड़क हादसे में मौत, बहन व पति घायल

औरंगाबाद से कपिल कुमार।

औरंगाबाद जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के एनएच 139 पटना-हरिहरगंज रोड के खैरा-खैरी मोड़ के समीप बुधवार की अहले सुबह सिपाही भर्ती परीक्षा देने आ रही एक महिला की सड़क हादसे में मौत हो गई। वहीं इनके साथ रहे पति व बहन गंभीर रूप से जख्मी हो गए। मृतका की पहचान रोहतास जिले के विक्रमगंज थाना क्षेत्र के भुसियाकला गांव निवासी संजय पासवान की 30 वर्षीय पत्नी अनिता कुमारी के रूप में की गई। पता चला कि अनिता अपने पति संजय पासवान व बहन शरीला कुमारी के साथ एक बाइक पर सवार होकर सिपाही भर्ती की परीक्षा देने औरंगाबाद शहर आ रही थी। जैसे ही एनएच 139 के श्रीसीमेंट फैक्ट्री के समीप खैरा-खैरी गांव के समीप पहुंचे कि सामने से ओवरटेक कर रहे एक मारूति कार चकमा दे दिया। जिससे बाइक चला रहे संजय पासवान असंतुलित हो गए और बाइक सड़क से नीचे उतर गया। पति बाइक पर ही बैठे रहें, जबकि साली शरीला कुमारी बाइक के सड़क साइड गिरी और पीछे बैठी पत्नी अनिता कुमारी बीच सड़क पर फेका गई। इसी बीच सामने से आ रही एक ट्रक से माथे पर चढ़ाते हुए कुचल दिया। जिससे अनिता कुमारी की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। इधर घटना के बाद सैकड़ों की भीड़ जुट गई। घटना की सूचना बाइक चालक संजय पासवान ने अपने परिजनों को दिया। कुछ देर में ही सूचना पाकर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।घटना के बाद सड़क जाम कर किया प्रदर्शनसिपाही भर्ती परीक्षा देने आ रही परीक्षार्थी अनिता कुमारी की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने एनएच 139 जाम कर प्रदर्शन किया। स्थानीय लोगों का कहना था कि इस सड़क पर हमेशा लोग हादसे का शिकार होते हैं। न तो कोई ट्रैफिक नियम है और न कहीं पर कोई धीमा गति से चलने का इंडीकेटर। लोग बिना यातायात नियमों का पालन किये तेज रफ्तार से अपने वाहन को चलाते है। छोटे वाहन चालकों को सड़क पर जरा सा भी नहीं समझते। कहीं पर उसे ठोकर मार चलते बनते हैं। वहीं पीड़ित परिवार को मुआवजा की मांग भी कर रहे थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशितों से बातचीत कर समझाने के बाद जाम हटवाया। तीसरी बार सिपाही भर्ती की परीक्षा में शामिल होने पहुंची थी अनिता सड़क हादसे में घायल मृतका अनिता कुमारी की बहन शरीला कुमारी ने बताया कि बीएड करने के बाद पिछले कई सालों से सिपाही बनने की तैयारी में जुटी थी। दो बार पहले भी सिपाही भर्ती की परीक्षा दी थी, एक बार किसी कारण रिजल्ट नहीं हुआ, दूसरे बार परीक्षा रद्द हो गई थी। यह तीसरी बार हमदोनों बहन एक साथ परीक्षा देने औरंगाबाद आ रहे थे। अनिता का परीक्षा सेंटर शहर के रामलखन सिंह यादव काॅलेज शाहपुर में था, जबकि शरीला का परीक्षा सेंटर विवेकानन्द वीआइपी स्कूल में था। घायल पति संजय पासवान ने बताया कि घर से पूरी तरह तैयारी कर परीक्षा सेंटर के लिए निकले थे। सोचे थे कि पहले पत्नी को रामलखन सिंह यादव काॅलेज सेंटर पर छोड़कर शरीला को विवेकानंद में छोड़ने चले जाएंगे। इसी बात को बार बार दुहराते आ रहे थे। जैसे ही औरंगाबाद शहर में प्रवेश करने वाले थे कि एक कार चालक ने चकमा दे दिया। और बाइक सड़क से उतर गया। इसी बीच अनिता बीच सड़क पर गिर गयी और ट्रक ने कुचल दिया। जिससे यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि जीवन में पहली बार आंखों के सामने दम तोड़ते घटना देखी। पत्नी के मौत से वे काफी आहत थे। बार-बार चिल्ला चिल्ला कर रोते हुए हुए बिलख रहे थे।तीन बच्चों को छोड़ चली गई अनितासड़क हादसे में जान गवां चुकी सिपाही भर्ती की परीक्षार्थी अनिता कुमारी अपने पीछे तीन बच्चों को छोड़कर दुनिया से विदा हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही मृतका अनिता के मां देवंती देवी व पिता उमाशंकर पासवान भी बिलख-बिलख रो रहे थे। यही बात कह रहे थे कि बेटी का सपना था कि वह सिपाही बनकर जनता की रक्षा करें। लेकिन यह सपना पूरा नही हो सका। वहीं सास सुन्दरी देवी व ससुर बबन पासवान भी इस घटना से काफी गमगीन थे। आंखों से लगातार आंसू छलक रहे थे। यह बोल रहे थे कि अब मेरे पोते पोती की देखभाल कौन करेगा। मृतका अनिता के एक 15 वर्षीय बेटी अर्चना कुमारी जो दशम वर्ग में पढ़ रही थी। बेटे अनुराग राज चैथे क्लास का छात्र था वहीं छोटे बेटे आदित्य राज कक्षा वन में पढ़ाई कर रहा था। बच्चों ने बताया कि मम्मी रोज पढाती थी और खूद पढ़ती थी। अब मां के चले जाने के बाद हमको खाना बनाकर कौन देगा। इसी बात को दूहराते हुए रोते रोते बेहोश हो रहा था।

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