औरंगाबाद जिले के 20 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा के पहले दिन 11 हजार 544 परीक्षार्थियों में 3058 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहें। कदाचारमुक्त परीक्षा को लेकर सभी परीक्षा केन्द्रों पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम दिखा। मुख्य द्वार पर ही मजिस्ट्रेटों की निगरानी में कड़ी तलाशी ली जा रही थी। परीक्षार्थियों को सिर्फ पहचान पत्र, एडमिट कार्ड व पेन ले जाने की अनुमति दी जा रही थी। इलेक्ट्रोनिक्स सामनों पर कड़ी निगरानी से जांच पड़ताल की जा रही थी। महिला परीक्षार्थियों को महिला पुलिस द्वारा पंडाल के अंदर पूरी तरह से पड़ताल की जा रही थी। जप्पल, जुता काॅलर, बेल्ट गहना जेवरात, घड़ी, माला समेत अन्य सामानों को भी निकलवाकर सुरक्षित स्थान पर रखा जा रहा था। चोरी छिपे मोबाइल फोन ले जाने वालों की पूरी तरह से तीन जगहों पर जांच पड़ताल किया जा रहा था। परीक्षा को कड़ी निगरानी के लिए डीएम श्रीकांत शास्त्री, एसपी स्वप्ना जी मेश्राम समेत अन्य पदाधिकारी भी परीक्षा सेन्टरों की जांच पड़ताल करते रहें। संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कही भी किसी तरह की कोई लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। सभी परीक्षार्थियों को कड़ी तलाशी के बाद ही अंदर जाने की अनुमती प्रदान करें। वहीं वीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी कमरों में बायोमैट्रिक से चेहरे का मिलान करेंगे। गड़बड़ी पाये जाने पर इसकी सूचना तत्काल वरीय पदाधिकारियों को दें।छुट्टी के बाद शहर में लगा जामकेन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) बिहार पटना द्वारा जिले के 20 परीक्षा केन्द्रों पर दोपहर 12 बजे से 02 बजे तक आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा छुट्टी के बाद शहर में जाम लग गई। शहर के धर्मशाला चैक से जामा मस्जिद तक जाम से लोग कराहते रहें। आधा घंटा लोगों को परेशानी हुई। इसके बाद यातायात पुलिस की मदद से वाहनों की लगी लंबी कतार को आगे बढाया गया। इस दौरान कुछ आॅटो व टाॅटों की लापरवाही से बाइक सवार भी जाम से कराहते रहे। अगली सिपाही भर्ती परीक्षा 11 अगस्त कोकेन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) बिहार पटना द्वारा 7 व 11 अगस्त को परीक्षा आयोजित की जानी थी। पहले दिन 7 अगस्त को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा सम्पन्न हो गया। हालांकि सभी परीक्षा केन्दों पर सैकड़ों की संख्या में परीक्षार्थी अनुपस्थित रहें। अगली परीक्षा 11 अगस्त को आयोजित की जानी है।