विज्ञान के अनुसार कहा जाए तो प्राचीन काल में मानव जीवन काल 120 से 150 साल माना जाता था। लेकिन आजकल के परिवेश में बदलते खानपान व कम उम्र से बीमार से ग्रसित लोगों का बोझ सहन करते हुए अब 60 से 80 साल तक ही रह गया है। ऐसे ही प्राचीन काल में जन्मी गंगा देवी अपने जीवन की 119 वर्ष की सफर तय की। गंगा देवी की निधन बुधवार की रात शाहपुर मुहल्ले स्थित आवास पर अचानक हो गई। परिजनों ने बताया कि अभी भी वे स्वस्थ्य थे। अचानक बोलते बोलते उनकी निधन हो गई। गंगा देवी का जन्म 1905 में गया जिले के शेरघाटी लोहारटोली में हुई थी। इसके बाद 1925 में गंगा देवी की शादी (पहले गया जिला ) वर्तमान औरंगाबाद जिले के प्राचीन मुहल्ला शाहपुर स्थित महावीर मिस्त्री के साथ हुआ था। गंगा देवी के छह पुत्र व एक पुत्री हैं। जिनमें से दो बेटे का निधन पहले ही हो चुका है। गंगा देवी के पति महावीर मिस्त्री का निधन वर्ष 2000 में हो चुका था। महावीर मिस्त्री फर्निचर का काम करते थे। पूर्वजों की माने तो गंगा देवी की बचपन शेरघाटी में ही गुजरी। लेकिन शादी से पहले उनके पिता मिलिट्री होने के कारण वे बंगलादेश के ढाका में रहने लगी थी। गंगा देवी के परिजन बताते हैं कि वे प्रथम विश्वयुद्ध को भी देखी है। द्वितीय विश्वयुद्ध से पहले गांधीजी से दिल्ली में मिली है। वे आजादी की लड़ाई थी अच्छे से जानती थी, जो अपने बेटे व पोतो के साथ बात-बात में बताती थी। अभी भी गंगा देवी के दर्जनों पोते हैं। जो उनके अंतिम क्षण तक सेवा करते रहें।