औरंगाबाद से कपिल कुमार।
नवीनगर प्रखंड के जयपुर में आयोजित पांच दिवसीय शत्रुंजय शतचंडी महायज्ञ भव्य जलयात्रा के साथ प्रारंभ होगी। जलभरी यात्रा में हजारों श्रद्धालु भक्त शामिल होंगे। इस महायज्ञ को लेकर पिछले कई महीनो से जोर-जोर से तैयारी चल रही थी जो बुधवार को पूर्ण कर ली गई। गुरुवार को गाजे बाजे ढोल नगाड़े, डीजे के साथ जलभरी यात्रा निकाली जाएग। महायज्ञ को लेकर पूरा इलाका भक्तिमय के माहौल में गुंजायमान हो रहा है। यज्ञ समिति के सदस्यों ने बताया कि यज्ञ दुनिया का सबसे श्रेष्ठ कर्म है,यह सभी कामनाओं को पूर्ण करता है, यज्ञ-कर्म करने वाले व्यक्ति का घर धन-धान्य से परिपूर्ण हो जाता है, यज्ञ में दी हुई आहुतियां कल्याण कारक होती हैं। उक्त बातें काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रधान अर्चक एवं शत्रुंजय शतचंडी महायज्ञ, जयपुर के आचार्य डा श्रीदेव मिश्र ने कही।ज्ञात हो कि नवीनगर प्रखंड के जयपुर गांव में शत्रुंजय शतचंडी महायज्ञ की सारी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। डॉ श्रीदेव मिश्र के आचार्यत्व में वाराणसी के सुयोग्य ऋत्वजों द्वारा विधि-विधान से यह यज्ञ सम्पन्न होगा। समिति के अध्यक्ष श्रीराम पांडेय एवं संतोष सिंह ने बतलाया कि उक्त महायज्ञ में मां काली तथा बजरंगबली की मूर्ति की स्थापना होना भी सुनिश्चित हुआ है। महामंत्री नरेन्द्र कुमार सिंह एवं हरेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि इस यज्ञ में कई उच्च स्तर के विद्वानों को आने की उम्मीद है। उपाध्यक्ष अमरंजय पाण्डेय एवं मंच संचालक मनोज कुमार सिंह ने कहा कि इस यज्ञ में प्रतिदिन दो हजार श्रद्धालुओं के भोजन एवं आवासन की व्यवस्था की गई है। धनंजय जयपुरी एवं अशोक पाण्डेय ने जानकारी दी कि 10 से 14 अप्रैल तक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथा प्रवाचिका देवी ऋचा मिश्रा का प्रवचन, तदुपरांत वृंदावन की सुप्रसिद्ध रासलीला पार्टी द्वारा श्रीकृष्ण जीवन-लीला पर आधारित झांकियां प्रस्तुत की जाएंगी।15 अप्रैल को यज्ञ की पूर्णाहुति के बाद रात्रि में देवी जागरण की प्रस्तुति होगी। इस यज्ञ को लेकर पूरे गांव में भक्तिमय माहौल बना हुआ है।