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जब सरकारी अस्पताल के नहीं मिला एक भी एंबुलेंस तो गेल इंडिया कंपनी की निशुल्क एंबुलेंस ने नवजात जच्चा बच्चा को बचाई जान

औरंगाबाद कपिल कुमार

शुक्रवार की शाम एक गर्भवती महिला ने तड़पते हालात में घंटो एंबुलेंस का इंतजार किया। लेकिन दर्जनो कॉल करने के बावजूद सरकारी अस्पताल के एक भी एंबुलेंस मौजूद नहीं हुआ। अंत में गेल इंडिया कंपनी की निशुल्क एंबुलेंस पहुंचा और गर्भवती महिला के साथ साथ नवजात शिशु का जान बचाई। हालांकि इस घटना की सूचना सदर अस्पताल के उपाधीक्षक एवं हेल्थ मैनेजर को भी दिया गया, लेकिन हीट वेव के कारण एक भी एंबुलेंस अस्पताल में उपलब्ध नहीं होने की बात कही। लगातार दो दिनों से जिले में हीट वेव के कारण सदर अस्पताल की स्थिति खराब हो चुकी है। एम्बुलेंस लोकसभा चुनाव समेत हीट वेव के कार्यो में व्यस्त है। गर्भवती महिला घंटो देर तक तड़पती रही। लेकिन जब सरकारी अस्पताल की एक भी एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हुआ तो गेल इंडिया द्वारा संचालित एम्बुलेंस को कॉल किया गया। एक ही कॉल पर कुछ ही मिनट में गेल इंडिया एम्बुलेंस गर्भवती महिला के आवास पर पहुंची और तुरंत ले जाकर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। बता दें कि गेल इंडिया वाकड़ फाउंडेशन के एम्बुलेंस मरीजों के लिए निशुल्क सुविधा प्रदान करती है। एंबुलेंस में ही गर्भवती महिला ने नवजात शिशु को जन्म दिया। एंबुलेंस चालक सह फार्मासिस्ट रजनीश कुमार एवं डॉ सुभाष कुमार नर्स सिमरन कुमारी के देखरेख में नवजात शिशु एवं महिला को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। अभी मां एवं बच्चे दोनों स्वस्थ हैं। गर्भावती महिला रफीगंज के फदरपुरा गांव निवासी अनिल कुमार की पत्नी पूनम कुमारी है। जो वर्तमान में शहर के शाहपुर मोहल्ले में किराए के मकान में दोनो दंपती रहते हैं। पूनम कुमारी शाहपुर स्थित टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में प्राइवेट स्तर से कर्मी के रूप में कार्यरत हैं। इधर समय पर गिल इंडिया की एंबुलेंस उपलब्ध होने पर गर्भवती महिला के परिजनों ने काफी सराहना की एवं चालक को धन्यवाद दिया। गेल इंडिया एंबुलेंस की शुरुआत तीन चार माह पहले स्थानीय सांसद सुशील कुमार सिंह के प्रयास से शुरू हुआ था और यह आपदा जैसी घटनाओं समेत किसी भी समय आसानी से मरीज के घर पहुंचती है और निशुल्क रूप से सेवा देती है।

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