औरंगाबाद शहर से सटे नगर थाना क्षेत्र के कुशवाहा नगर में सात निश्चय योजना के तहत बुडको द्वारा बनाये जा रहे शवदाहगृह का विरोध करते हुए ग्रामीणों ने गुरूवार को जमकर नारेबाजी की। नारेबाजी होते देख आस-पास के लगभग दो सौ लोग इकठा हो गये और जिला प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए जमकर विरोध जताया। दर्जनो महिलाएं इसका विरोध करते हुए पुलिस प्रशासन का भी सामना किया और अपने मांगों पर डंटे रहें। कुशवाहा नगर की शांति देवी, कुंती देवी, शकुंतला देवी, चंद्रावती देवी, शोभा देवी, पूनम देवी, सुनैना देवी, सरस्वती देवी, बृहस्पति प्रसाद, सुरेन्द्र प्रसाद, अनिल प्रसाद, राम सिंहासन प्रसाद, जयप्रकाश कुमार, उदय कुमार समेत अन्य महिला-पुरूष ग्रामीणों ने कहा कि जिस जगह पर सरकार द्वारा शवदाह गृह बनाया जा रहा है। उसके 100 मीटर पर आस-पास के लोगों का घर है। वहीं पर मंदिर, सामुदायिक भवन, नाटय कला मंच है। जिस जगह पर शवदाहगृह निर्माण किया जाना है, उसी जगह पर पूर्वजों से होलिका दहन होते आया है। घर के पास में शव जलेगा तो बच्चों पर क्या असर पडे़गा। महिलाओं ने कहा कि जिस जगह पर बिजलीरहित शवदाह गृह निर्माण किया जाना है वहीं एक गांववालों के लिए खाली मैदान हैं, जहां होली, सत्संघ व शादी विवाह के मौके पर बाराती का ठहराव होता है। उसी जगह पर बट वृक्ष हैं, जहां गुरूवार को पूजा अर्चना के साथ सुहागिन महिलाओं ने वट सावित्री की पूजा की। महिलाओं ने कहा कि किसी भी हाल में यहां शवदाहगृह नहीं बनने दिया जायेगा। इसके लिए हमलोग डीएम का घेराव करेंगे व सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
बुडकों द्वारा दो करोड़ रूपयें की लागत से बनना है बिजलीरहित शवदाह गृह
बिहार सरकार के सात निश्चय योजना के तहत लगभग दो करोड़ रूपये की लागत से बुडकों द्वारा उक्त स्थल पर बिजलीरहित शवदाह गृह का निर्माण किया जाना है। बुडकों के शवदाह गृह के ठेकेदार शिवचंद्र कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा इस जगह का चयन किया गया है। उसके आदेशानुसार यहां पर बुडकों द्वारा बिजलीयुक्त 100 गुणे 80 वर्गफीट में शवदाह गृह का निर्माण किया जाना है। कार्य की शुरूआत ही करने पहुंचे थे कि ग्रामीण विरोध कर वापस लौटा दिया। आगे अब जो भी आदेश प्राप्त होगा उसके मुताबिक कार्य किया जाएगा।
क्या कहते हैं पदाधिकारी
इस संबंध में सदर अंचल पदाधिकारी अरूण कुमार सिंह ने बताया कि विरोध की सूचना पर जायजा लेने पहुंचे थे। काफी संख्या में ग्रामीण विरोध कर रहे थे। इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को दे दी गई है। जो आदेश प्राप्त होगा उसके आदेशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। वैसे कुछ लोगों के घर, मंदिर व सामुदायिक भवन के नजदीक है, जिसके कारण ग्रामीण विरोध कर रहे हैं।
200 मीटर पर है सरकार शवदाह गृह, फिर भी बनाया जा रहा बीच गांव में शमशान घाट
कुशवाहा नगर के ग्रामीण सुंदर मेहता, जयकिशोर कुमार, रामसिंहासन मेहता, सूर्यदेव प्रसाद, सुनैना देवी, ममता कुमारी, बिंदा देवी समेत अन्य महिलाओं ने कहा कि गांव से सटे नावाडीह मोड़ के समीप पहले से शवदाह गृह का निर्माण किया गया है। बनाना है तो उसी को और विकसित कर दिया जाए। यहां किसी भी हाल में नहीं बनने दिया जाएगा। इस जगह पर हमलोग वर्षो से स्कूल बनवाने की मांग कर रहे है, लेकिन आज तक नहीं बना। जीने के लिए कोई साधन नहीं दिया जा रहा है, लेकिन मरने के लिए शवदाह गृह बनाया जा रहा है।