शहर के रमेश चौक प्रियव्रत पथ रोड रामाशीष डॉक्टर क्लीनिक के समीप लगे टावर भी इस आंधी तूफान के चपेट में आ गया। मात्र 5 से 10 मिनट के लिए आई भारी तूफान ने घरों गोदाम व झुग्गी झोपड़ियां को तो नुकसान पहुंचा ही लेकिन यहां पर लगे एक कंपनी का टावर को भी उलट कर रख दिया। गनीमत रही कि टावर उलटने से किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ। टावर के तीन तरफ घर मकान दुकान थे लेकिन एक हिस्से में खाली पड़ा सड़क जमीन व एक समाजिक हॉल था। मोबाइल टावर सड़क तरफ ही पलटा। जिससे सड़क के दूसरे छोर पर सामाजिक हॉल के बाउंड्री था जिसे थोड़ी बहुत नुकसान हुआ। टावर पलटते ही लोगों की भीड़ उम्र पड़ी सभी ने नुकसान को आकलन करने पहुंचे लेकिन समय ठीक रहा कि वहां पर उसे समय हाल के समीप ना तो कोई व्यक्ति थे और ना किसी का वहां लगा था नहीं तो भारी नुकसान हो सकता था। कई झुग्गी झोपड़ियां भी उड़े आसमान में तेज रफ्तार आई चक्रवात तूफान से शहर के कई मोहल्ले में लगे झुग्गी झोपड़ी भी आसमान में उड़ गए। छत पर लगे करकट भी उखड़ कर दूसरे के मकान पर चले गए। फुटपाथ की दुकानों के आगे लगे करकट के छज्जे व तिरपाल से सजाए गए दुकान का भी भारी नुकसान हुआ। लोगों को इस तूफान ने सावधान होने का समय भी नहीं दिया अचानक इतनी तेजी से तूफान आया कि लोग अपने आप को भी बचा नहीं सके। कई जगहों पर दुकान व मकान के बाहर खड़े लोगों को भी चोटे पहुंची।